बीकानेर
गोपाल गहलोत ने सचिव को पत्र लिखकर दी आमरण अनशन की धमकी

बीकानेर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गोपाल गहलोत ने मुख्य सचिव को पत्र भेजकर नगर निगम बीकानेर द्वारा गौशाला निर्माण करने की अनुमति देने की मांग की है। पत्र ने गहलोत ने लिखा है कि शहर में 20,000 हजार से अधिक बेसहारा गाय/सांड विचरण करते है। राजस्थान में बीकानेर एक मात्र शहर है जिसमें नगर निगम द्वारा कोई भी गौशाला संचालित नहीं है। गौवंश पॉलीथीन खाकर मर रही है, आये दिन सांडों द्वारा दुर्घटनायें होने से कई व्यक्तियों की मृत्यु हो चुकी है।
गौशाला निर्माण कार्य में हो रही है देर
मुख्यमंत्री ने सरकार के तीन वर्ष पूर्ण होने पर बीकानेर प्रवास के दौरान, बीकानेर शहर में नंदी गौशाला खोलने की घोषणा की थी। गहलोत ने बताया कि कांग्रेस द्वारा बीकानेर शहर में पिछले 2 वर्षो से भी अधिक समय से गौशाला बनाने हेतु आन्दोलन किया जा रहा है। यही नहीं कांग्रेस द्वारा 17 फरवरी से जिला कलेक्टर कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना दिया। 35 दिनों तक चले अनिश्चितकालीन धरने के बाद जिला कलेक्टर द्वारा गौशाला निर्माण हेतु 17.14 हेक्टयर जमीन बीकानेर नगर निगम को आवंटित की। जिला कलेक्टर ने कांग्रेस नेताओं को आश्वस्त किया था कि गौशाला निर्माण का कार्य दो-तीन सप्ताह में शुरू कर दिया जायेगा। लेकिन अभी तक गौशाला निर्माण की प्रक्रिया शुरू नहीं की है।
सुनवाई नहीं होने पर आमरण अनशन
इस संदर्भ में जिला कलेक्टर एंव आयुक्त नगर निगम से कई बार वार्ता कर चुके है लेकिन अभी तक नगर निगम द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है। जबकि राजस्थान उच्च न्यायालय की डबल बेंच द्वारा नगर निगम को 26 फरवरी 2018 दिये आदेश देकर में नगर निगम और जिला प्रशासन को अतिशीघ्र गौशाला के निर्माण करने एंव बीकानेर शहर में कहीं भी सड़कों पर कोई भी बेसहारा पशु विचरण नहीं करे का आदेश दिया। फिर भी बीकानेर नगर निगम द्वारा गम्भीरता नहीं दिखाई है। गहलोत ने सचिव से आग्रह किया है कि गौशाला निर्माण हेतु नगर निगम को निर्देष देेंवे कि नगर निगम की प्लानिंग अनुसार भामाशाहों को गौशाला निर्माण करने की अनुमति प्रदान करे अन्यथा वे आमरण अनशन पर बैठ जायेंगे।