बीकानेर
आसमान से रेत का बरसना जारी, गृहणियों में चिंता गहराई, आखिर कैसे हो पाएगी सफाई

बीकानेर। पिछले 48 से अधिक घंटों से लगातार चल रही धूलभरी आंधी ने आमजन को झकझौर दिया है। बुधवार को भी आंधी का दौर जारी रहा। इस वक्त आसमान से पानी बरसना चाहिए। उसके स्थान पर मिट्टी बरस रही है। बुधवार को दिनभर वायुमंडल में छाई रही गर्द के कारण आसमान पीला नजर आया।
यूं तो पिछले दो दिनों से आंधी का सिलसिला बरकरार है। बीते दो दिनों से आंधी ने उग्र रूप धारण कर लिया। हालांकि आसमान में छाई गर्द की वजह से सूर्य की किरणें तो अपना असर दिखा नहीं पाई, किंतु हवा में इतनी अधिक गरमाहट थी कि मिट्टी के साथ-साथ लू के थपेड़े कोढ़ में खाज का काम कर रहे थे।
हे! भगवान अब तो बरसो।
एक ओर जहां अभी तक पूरी तरह से पेयजल आपूर्ति सुचारू नहीं हो पा रही है। ऐसे में आंधी की वजह से घरों में जमी मिट्टी की परत ने गृहणियों की मुश्किलों को और बढ़ा दिया है। पिछले अड़तालीस घंटों से लगातार चल रही धूलभरी आंधी तथा गर्मी के तीखे तेवर से परेशान व त्रस्त हर किसी के मुंह से बरबस ही निकल पड़ता है… हे! भगवान अब तो बरसो।
श्वास रोगियों की बढ़ी मुश्किलें
यूं तो चल रही धूलभरी आंधी तथा लू के थपेड़ों की वजह से गर्मी से हर कोई बेहाल तथा परेशान है। किंतु लगातार बरस रही मिट्टी के कारण इन दिनों दमा, श्वास मरीजों की मुश्किलों को और बढ़ा दिया है। जिसके कारण इनसे पीडि़त अपने ही घर में नजरबंद होकर रह गए है।
कैसे होगी सफाई!
घर-घर में महिलाएं धूल भरी हवा से परेशान है। देरशाम को शहरवासियों को धूल के गुबार से राहत मिली, लेकिन गृहिणियों को धूल साफ करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। इन दिनों आंधी से धूल परत बार-बार जम रही है और महिलाओं का अधिकातर समय मिट्टी को बुहारने, सामान और कमरों की साफ-सफाई में व्यतीत हो रहा है।
सुबह से रात तक महिलाएं घरों की सफाई जुटी होने के बावजूद पूरी साफ नहीं हो पा रही है। इससे घरेलू काम प्रभावित हो रहे हैं। जिन महिलाओं को धूल से एलर्जी है और श्वांस लेने में तकलीफ है वे अधिक परेशान हो रही है। दुकानों, प्रतिष्ठानों और कार्यालयों में यही हाल है।